Investment Tips: फिक्स्ड डिपॉजिट से बेहतर रिटर्न चाहिए? ये 3 निवेश विकल्प करेंगे आपके पैसे को डबल! FD की कम ब्याज दरों से परेशान? जानिए भारत में कौन-से निवेश विकल्प देंगे सुरक्षित और ज्यादा रिटर्न। पोस्ट ऑफिस स्कीम्स, गोल्ड और सरकारी बॉन्ड्स के फायदे यहां पढ़ें!
RBI की घटी रेट के बाद निवेशकों के लिए नए ऑप्शन
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भले ही सुरक्षित निवेश का पसंदीदा जरिया रहा हो, लेकिन महंगाई दर के आगे इसका ब्याज फीका पड़ जाता है। RBI द्वारा रेपो रेट कटौती के बाद अब बैंकों ने भी FD दरें घटा दी हैं। ऐसे में निवेशक ऐसे विकल्प तलाश रहे हैं, जो ज्यादा रिटर्न दें, रिस्क कम हो, और टैक्स बेनिफिट भी मिले। चलिए, जानते हैं 3 ऐसे ही स्मार्ट निवेश ऑप्शन्स के बारे में।
1. पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: सुरक्षित निवेश के साथ मिलेगा टैक्स बेनिफिट
सरकारी गारंटी वाले ये प्लान FD से भी बेहतर!
अगर आपको रिस्क-फ्री निवेश चाहिए, तो डाकघर की ये स्कीम्स आपके लिए परफेक्ट हैं:
- नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC):
- 5 साल की लॉक-इन पीरियड।
- वर्तमान ब्याज दर: 7.7% प्रति वर्ष (FD से ज्यादा)।
- सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक टैक्स बचत।
- पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF):
- 15 साल की अवधि, लेकिन चक्रवृद्धि ब्याज का जादू।
- 2023-24 में ब्याज दर: 7.1% वार्षिक।
- टैक्स-फ्री रिटर्न + सेक्शन 80C का लाभ।
क्यों चुनें?
- भारत सरकार द्वारा समर्थित (जीरो रिस्क)।
- लॉन्ग-टर्म में FD को पछाड़ देता है कंपाउंडिंग का फायदा।
2. सरकारी बॉन्ड और RBI बॉन्ड्स: FD से ज्यादा ब्याज + टैक्स सेविंग
सोने से सोना बनाने का मौका!
FD की तुलना में सरकारी बॉन्ड्स ज्यादा आकर्षक रिटर्न देते हैं:
- 7.75% गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (7.75% GS):
- 7 साल की अवधि, ब्याज दर 7.75% (FD से 1-1.5% ज्यादा)।
- सीनियर सिटिजन्स को मिलता है विशेष लाभ।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB):
- सोने की कीमत पर रिटर्न + 2.5% अतिरिक्त ब्याज।
- 8 साल बाद कैपिटल गेन टैक्स-फ्री।
फायदे:
- रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए आदर्श।
- कुछ बॉन्ड्स पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट।
3. गोल्ड इन्वेस्टमेंट: महंगाई को हराने का सबसे पुराना तरीका
सोना नहीं, सोने के बॉन्ड्स या ETF में करें निवेश!
भारतीयों के लिए सोना सिर्फ गहने नहीं, बल्कि सुरक्षित निवेश है। अब इसमें निवेश के आधुनिक तरीके भी हैं:
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB):
- सरकारी गारंटी के साथ मिलेगा सोने का दाम + ब्याज।
- 8 साल बाद टैक्स-फ्री रिटर्न।
- गोल्ड ETF:
- डिजिटल तरीके से खरीदें सोना, बिना फिजिकल स्टोरेज की टेंशन।
- शेयर मार्केट की तरह होता है ट्रेडिंग का फ्लेक्सिबिलिटी।
क्यों बेहतर?
- महंगाई बढ़ने पर सोने की कीमत भी बढ़ती है।
- इमरजेंसी में आसानी से बेचकर पैसे निकाल सकते हैं।
निष्कर्ष: FD से हटकर सोचें, समझदारी से चुनें!
RBI की नई रेट्स के माहौल में, पोस्ट ऑफिस स्कीम्स, गवर्नमेंट बॉन्ड्स और गोल्ड इन्वेस्टमेंट जैसे विकल्प न सिर्फ बेहतर रिटर्न देते हैं, बल्कि टैक्स बचत और सुरक्षा का डबल फायदा भी मिलता है। इनमें से अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और फाइनेंशियल गोल्स के हिसाब से चुनाव करें।
ध्यान रखें: किसी भी निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।